जान जोखिम में डाल रहे ग्रामीण: वागपुरा में न रास्ता, न बिजली, बच्चे तालाब से होकर जाते स्कूल

Shivpuri First
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शिवपुरी जिले के खनियाधाना जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत बुकर्रा के मजरा वागपुरा के हालात आज भी मूलभूत सुविधाओं से कोसों दूर हैं। यहां रहने वाले ग्रामीणों को रोजमर्रा की जिंदगी जीने के लिए जान जोखिम में डालनी पड़ रही है। न तो गांव में आने-जाने का कोई पक्का रास्ता है और न ही बिजली की सुविधा। ग्रामीणों को तीन फीट गहरे तालाब नुमा पानी से होकर गुजरना पड़ता है, वहीं बच्चे इसी रास्ते से स्कूल जाते हैं।


मरीज को खटिया पर ले जाना पड़ता है - 


ग्रामीणों की माने तो गांव से बाहर निकलने का कोई सीधा और सुरक्षित रास्ता नहीं है। पहले खेतों से होकर एक रास्ता जाता था, लेकिन वह भी बंद कर दिया गया है। अब गांव के लोगों को तीन फीट गहरे पानी और कीचड़ से होकर गुजरना पड़ता है। स्थिति यह है कि बीमार व्यक्ति को खटिया पर रखकर इलाज के लिए ले जाना पड़ता है। यह रास्ता न केवल संकरा और खतरनाक है, बल्कि बारिश में इसमें गिरने का खतरा और बढ़ जाता है।


बच्चों की पढ़ाई भी संकट में - 


खतरनाक रास्ते के चलते बच्चों को स्कूल आने-जाने में भी काफी दिक्कतें हो रही हैं। उनके परिजन हर रोज चिंता में रहते हैं कि कहीं कोई हादसा न हो जाए। बारिश के समय यह रास्ता पूरी तरह पानी में डूब जाता है जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है।


ऊपर से गुजर रही हाई टेंशन लाइन, बिजली नहीं - 


इतना ही नहीं, गांव में बिजली की भी कोई सुविधा नहीं है। मजरे के ऊपर से हाई टेंशन लाइन गुजरी हुई है, जिससे हर समय दुर्घटना का खतरा बना रहता है। अंधेरे में सांप-बिच्छुओं का डर रहता है। बच्चे रात में पढ़ाई नहीं कर पाते और ग्रामीण हर आधुनिक सुविधा से वंचित हैं।


केंद्रीय मंत्री को लिखा पत्र, कार्रवाई शून्य - 


ग्रामीणों ने अपनी समस्या को लेकर कई बार प्रशासन को आवेदन दिए हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी 2 अक्टूबर 2024 को पत्र लिखा था। सिंधिया ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए अधिकारियों को पत्र भेजा और नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश भी दिए। बावजूद इसके, आज तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।


वागपुरा के ग्रामीणों ने एक बार फिर प्रशासन से अपील की है कि उन्हें सुरक्षित और स्थायी रास्ता उपलब्ध कराया जाए, साथ ही गांव में बिजली की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। ग्रामीणों का कहना है कि अगर प्रशासन ने जल्द कोई कदम नहीं उठाया, तो उनकी जिंदगी और भी मुश्किल हो जाएगी।


जनपद सीईओ बोले – "जल्द होगा समाधान" - 


इस मामले में जनपद खनियाधाना के सीईओ मोघराज राज मीणा ने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में आया है। जल्द ही पटवारी और तहसीलदार को मौके पर भेजकर स्थिति का जायजा लिया जाएगा और समस्या का समाधान किया जाएगा।

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