सागर शर्मा शिवपुरी:खबर शिवपुरी जिले के निवासी त्यागी ने आरक्षक के पद से पुलिस विभाग में अपनी सेवा शुरू की थी। वे वर्ष 2004 में भिंड जिले के मालनपुर थाने से उप निरीक्षक के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। 1980 के दशक में उनका नाम डकैतों के लिए खौफ बन गया था। पुलिस विभाग में वे "एंटी डकैत स्पेशलिस्ट" के नाम से जाने जाते थे।
कन्हैया सिंह और परसू डकैत का एनकाउंटर किया था वर्ष 1988 में छतरपुर जिले के किशनगंज थाने में पदस्थ रहते हुए त्यागी ने दो कुख्यात डकैत कन्हैया सिंह और परसू डकैत का एनकाउंटर किया था। इस मुठभेड़ में उन्हें खुद भी गोली लगी थी। घायल होने के बावजूद उन्होंने साहस नहीं खोया और दोनों डकैतों को मार गिराया। इस वीरता के लिए उन्हें और तत्कालीन पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार सिंह को राष्ट्रपति द्वारा उत्कृष्ट वीरता पदक से सम्मानित किया गया था।
त्यागी ने खेड़ापति कॉलोनी स्थित अपने निवास पर अंतिम सांस ली। उनके निधन की सूचना मिलते ही आरआई अनिल कवरेती पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्हें राजकीय सम्मान के साथ गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद मुक्तिधाम पर अंतिम संस्कार किया गया।