प्रेमी संग भागी पत्नी- ताई और भाई ने रची फिल्मी साजिश, पति ने लगाए गंभीर आरोप
पुलिस ने सीसीटीवी खंगाले, साजिश का पर्दाफाश हुआ, प्रेमी अमन के साथ कानपुर से बरामद की गई प्रीति, कोतवाली में चल रही पूछताछ
सागर शर्मा, शिवपुरी।। शहर के मेडिकल कॉलेज से सोमवार दोपहर हुई नवविवाहिता के कथित अपहरण की कहानी मंगलवार को पूरी तरह से झूठी साबित हुई। पुलिस जांच, सीसीटीवी फुटेज और परिजनों से हुई पूछताछ के बाद यह खुलासा हुआ कि यह मामला न तो अपहरण का था और न ही जबरन ले जाने का बल्कि यह एक सोची-समझी प्रेम कहानी और पारिवारिक साजिश का नतीजा था।
इस पूरे घटनाक्रम में नया मोड़ उस वक्त आया जब नवविवाहिता के पति अनिकेत ने आरोप लगाया कि उसकी पत्नी प्रीति उसे शादी के तुरंत बाद हनीमून पर राजस्थान के खाटूश्याम ले जाकर उसकी हत्या करने की योजना बना चुकी थी। लेकिन जब उसने साथ जाने से इनकार कर दिया, तो पत्नी ने 'अपहरण' की झूठी पटकथा लिख डाली।
मां का बचपन में निधन, ताई ने निभाई मां की भूमिका -
रामनगर निवासी 20 वर्षीय प्रीति परिहार का बचपन संघर्षों से भरा रहा। मां का निधन हो चुका था और पिता शराबी थे। ऐसे में ताई मिथलेश परिहार ने उसे मां की तरह पाला, पढ़ाया और उसकी शादी तक कराई। लेकिन प्रीति को यह शादी मंजूर नहीं और मिथलेश को समाजिक बदनामी का डर था। मिथलेश ने ही सोमवार को कोतवाली पहुंचकर बेटी के 'अपहरण' की कहानी गढ़ी।
मां ने रची झूठी पटकथा, काली कार, धक्का और नशे की कहानी गढ़ी -
मिथलेश ने पुलिस को बताया कि वह दोपहर डेढ़ बजे प्रीति के साथ मेडिकल कॉलेज से ऑटो में निकली थीं। कुछ ही दूरी पर एक काली कार ने उनका ऑटो रोका, धक्का देकर उन्हें गिरा दिया और प्रीति को जबरन गाड़ी में डालकर ले गए। उन्होंने दावा किया कि बदमाशों ने उन्हें नशीली गंध सुंघाई, जिससे वह विरोध नहीं कर सकीं और फिर बेहोश हो गईं।
इस कहानी ने पूरे शहर में सनसनी फैला दी। अफवाहों का दौर शुरू हुआ, चक्काजाम जैसी स्थिति बन गई और पुलिस पर दबाव बढ़ गया।
सीसीटीवी में टूटी कहानी की कमर -
कोतवाली पुलिस को शुरुआत से ही संदेह था। मिथलेश पूछताछ के दौरान बार-बार बेहोश हो रही थीं। कोई ठोस गवाह या सुराग नहीं मिला, तो पुलिस ने मेडिकल कॉलेज, माधव चौक और मिर्ची बाजार इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले।
फुटेज में साफ नजर आया कि प्रीति और मिथलेश आराम से ऑटो में बैठी थीं, कहीं भी कोई जबरदस्ती नहीं हुई। दोनों माधव चौक तक पहुंची, वहां से मिर्ची बाजार की ओर गईं। अपहरण जैसी कोई बात नज़र नहीं आई।
फुटेज देखते ही टूट गई ताई, उगले साजिश के राज -
सीसीटीवी सामने आने के बाद मिथलेश टूट गईं और पूरी साजिश स्वीकार कर ली। उन्होंने बताया कि यह 'अपहरण' नहीं बल्कि प्रीति के प्रेमी अमन कश्यप के साथ भागने की योजना थी, जिसे समाज और बदनामी से बचाने के लिए 'किडनैपिंग' की शक्ल दे दी गई।
मिथलेश ने स्वीकारा कि इस साजिश में उनका बेटा दीपक परिहार भी शामिल था, जो घटना के दिन शिवपुरी में ही मौजूद था।
प्रेमी के साथ दो साल से चल रहा था संबंध -
पुलिस पूछताछ में यह सामने आया कि प्रीति का प्रेम संबंध कानपुर निवासी अमन कश्यप से था, जो रामनगर टोल प्लाजा पर पिछले तीन साल से काम कर रहा है। दोनों के बीच दो साल से प्रेम-प्रसंग चल रहा था।
परिजनों ने यह रिश्ता मंजूर नहीं किया और समाज के दबाव में आकर प्रीति की शादी किसी और युवक, अनिकेत, से कर दी।
पति अनिकेत का बड़ा खुलासा मुझे मारने की थी योजना -
घटना में सबसे चौंकाने वाला मोड़ तब आया जब प्रीति के पति अनिकेत ने पुलिस को बताया कि शादी के चंद दिन बाद प्रीति ने हनीमून के लिए राजस्थान चलने का आग्रह किया था। वह उसे खाटूश्यामजी मंदिर ले जाना चाहती थी। लेकिन जब उसने व्यस्तता का हवाला देकर इनकार किया, तो प्रीति नाराज होकर 15 जून को मायके चली गई और फिर नहीं लौटी।
अनिकेत को शक है कि प्रीति उसे वहां ले जाकर हत्या करने की योजना बना चुकी थी, और जब उसका प्लान फेल हो गया, तो उसने दूसरी कहानी 'अपहरण' रच डाली।
कानपुर से युवती और प्रेमी बरामद -
झूठी साजिश का भंडाफोड़ होते ही कोतवाली पुलिस रात ढाई बजे कानपुर रवाना हुई। मंगलवार दोपहर को पुलिस ने प्रीति और अमन को बर्रा क्षेत्र से बरामद किया और शाम होते-होते शिवपुरी कोतवाली पहुंचा दिया।
कोतवाली प्रभारी कृपाल सिंह राठौड़ ने बताया कि यह पूरा मामला एक झूठे अपहरण पर आधारित है। दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।