मामले ने तब और तूल पकड़ा जब पोहरी विधायक कैलाश कुशवाह ने सोशल मीडिया पर कड़ा रुख अपनाया।
उन्होंने शिवपुरी एसपी अमन सिंह राठौड़ से कार्रवाई की मांग की। विधायक ने आरोप लगाया कि अमरपुर वार्ड क्रमांक 9 निवासी शिव सिंह कुशवाह से प्रधान आरक्षक ने वाहन चेकिंग के नाम पर 1000 रुपए की मांग की। पैसे नहीं देने पर उसके साथ मारपीट की गई। यह पूरी घटना पास लगे सीसीटीवी में कैद हो गई थी।
विधायक ने चेतावनी दी थी कि यदि आरोपी आरक्षक पर तत्काल कार्रवाई नहीं हुई तो कुशवाह समाज सड़क पर उतरेगा। उन्होंने इसे सुशासन के दावों की पोल खोलने वाला मामला बताया। साथ ही सभी सामाजिक व राजनीतिक संगठनों से आवाज उठाने की अपील की।
विवाद और दबाव के बीच पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़ ने मामले को गंभीरता से लिया। एसपी ने बताया कि 24 जुलाई को वायरल वीडियो में आरक्षक सोनू यादव का व्यवहार अमर्यादित और सेवा नियमों के विपरीत पाया गया। इसके आधार पर आरक्षक सोनू यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
इस मामले में नरवर थाना प्रभारी विनय यादव ने पहले ही अपना पक्ष रखा था। उन्होंने बताया कि वाहन चालक ने सड़क पर पिकअप खड़ी कर यातायात बाधित किया था। प्रधान आरक्षक ने वाहन हटाने के लिए कहा लेकिन चालक नहीं माना। इसके बाद चालानी कार्रवाई की गई थी।