इससे पहले भी परिवार को दो धमकी भरे पत्र मिल चुके हैं। इन पत्रों में सिंदूर और बिंदियों से सजी भाषा में लिखा था, "हिम्मत है तो बचा ले अपने बेटा बहू को, शिवनारायण तूने मेरा परिवार बर्बाद किया। मैंने तेरे बेटे को बर्बाद कर दिया है। चार दिन में इसका पता चल जाएगा।"
शनिवार को महिमा भार्गव जब अपनी बेटी को स्कूल से लाकर लौट रही थीं, तब बाइक पर सवार एक पुरुष और महिला ने उनका पीछा किया। हमलावरों ने चाकू से हमला करने की कोशिश की। सतर्कता से महिमा हमले से बच निकलीं और हमलावर भाग गए। इस हमले के बाद पीड़ित परिवार ने पोहरी थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
नए पत्र में लिखा- अब गर्दन कटेगी
शनिवार की रात परिवार को तीसरा धमकी भरा पत्र मिला। इसमें लिखा था- "कल हाथ काटा था, अब गर्दन कटेगी।" इस पत्र से परिवार और अधिक भयभीत हो गया है।
शिवनारायण भार्गव का कहना है कि उन्होंने पहले ही इस मामले की जानकारी पुलिस को दी थी। लेकिन समय रहते कोई कार्रवाई नहीं की गई। अब स्थिति यह है कि परिवार घर से बाहर निकलने में भी डर रहा है। परिवार पुलिस प्रशासन से तत्काल सुरक्षा और कार्रवाई की मांग कर रहा है।