ग्रामीणों का कहना है कि जो भी नेता या जनप्रतिनिधि डेहरवारा और खरई क्षेत्र के विकास की बात करेगा, वही गांव में कदम रख सकता है। अन्य लोगों का विरोध किया जाएगा।
विकास की मांगों को लेकर नाराजगी
गिर्राज धाकड़ ने बताया कि गांव की सड़कों की हालत बेहद खराब है। उन्होंने जनपद पंचायत, जिला पंचायत, कलेक्टर और एसडीएम तक शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। विधानसभा चुनाव को दो साल और लोकसभा चुनाव को एक साल हो चुके हैं, इसके बावजूद किसी भी चुने हुए जनप्रतिनिधि ने उनकी समस्या नहीं सुनी।
ग्रामीणों की प्रमुख मांगें
डेहरवारा से कुशयारा तक 2 किमी पक्की सड़क ।
अमरपुर से कोलारस तक 2 किमी पक्की सड़क ।
बल्हेरा से भटऊआ तक 2 किमी पक्की सड़क ।
शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी, सड़क और उद्योग में सुधार।
"जल, जमीन, जंगल बचाओ-भ्रष्टाचार भगाओ" अभियान को बढ़ावा।
ग्रामीणों का कहना है कि सालों से केवल वादे सुने जा रहे हैं, लेकिन जमीन पर विकास नहीं हुआ। अब उनकी मांगों को पूरा करने वाले ही उनका समर्थन पाएंगे। यह अनोखा विरोध पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है।