पहली घटना सुबह करीब 8 बजे हुई। फरियादी पवन शर्मा (27) ने अपनी मोटरसाइकिल घर के बाहर खड़ी की थी, तभी सरपंच संतोष शर्मा ने अपनी कार से उसमें टक्कर मार दी।
सिर, हाथ और पैरों में चोटें आई
पवन के विरोध करने पर संतोष ने गाली-गलौज शुरू कर दी। शोर सुनकर जीतू उर्फ जितेंद्र शर्मा और सचेन्द्र शर्मा भी मौके पर आ गए। उन्होंने पवन, उनकी मां उषा शर्मा और चाची आशा शर्मा पर लाठी-डंडों से हमला किया। इस हमले में तीनों को सिर, हाथ और पैरों में चोटें आईं।
पहली घटना के बाद, घायल पवन शर्मा, उनकी मां और चाची को मेडिकल जांच के लिए करेरा ले जाया गया। इसी दौरान, पवन के भाई गौरव शर्मा (26) अपने पिता मुरारी लाल शर्मा के साथ मोटरसाइकिल से थनरा चौकी शिकायत दर्ज कराने जा रहे थे।
कार से पीछा किया, रास्ता रोका
गौरव के अनुसार, पीके यूनिवर्सिटी रोड के पास सरपंच संतोष शर्मा ने अपनी कार से उनका पीछा किया और रास्ता रोक लिया। आशीष शर्मा, सुमित शर्मा और सचेन्द्र शर्मा कार से उतरे और गौरव तथा उनके पिता मुरारी लाल पर डंडों और लात-घूंसों से हमला कर दिया। इस हमले में गौरव और मुरारी लाल के हाथ, पैरों और सिर पर चोटें आईं।