हालांकि, संबंधित नेताओं और टीआई ने ऐसी किसी भी घटना से इनकार किया है। वहीं, पीड़ित का कहना है कि उसे इस बारे में कुछ नहीं कहना है। मामला बैराड़ कस्बे में शनिवार दोपहर का है।
जानकारी के मुताबिक आपको बता दें कि बैराड़ निवासी एक व्यापारी के बेटे अनुराग (बदला नाम) और जिलाबदर अपराधी सुल्तान रावत के बेटे कुलदीप के बीच 25 दिन पहले विवाद हो गया था। कुलदीप रावत का घर माता रोड पर तालाब के पास है। अनुराग और उसके साथी तालाब की जा रहे थे। इस दौरान वो एक-दूसरे पर कंकड़ फेंक रहे थे। इनमें से एक कंकड़ कुलदीप के दरवाजे पर लग गया था। कुलदीप ने उलाहना दिया तो दोनों पक्षों में झगड़ा हो गया।
अनुराग ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर कुलदीप को पीट दिया था। उस समय कुलदीप ने थाने में शिकायत दर्ज नहीं कराई, लेकिन दोनों पक्षों के बीच तनातनी चली आ रही थी।
नेताओं की मौजूदगी में सिर पर रखा जूता
सूत्रों के मुताबिक, शनिवार को विवाद सुलझाने के लिए पूर्व मंत्री राठखेड़ा समेत कई नेताओं और समाजसेवियों की पंचायत बुलाई गई। इसमें निर्णय लिया गया कि अनुराग को कुलदीप और उसके साथी छोटू का जूता अपने सिर पर रखकर माफी मांगनी होगी। इसके बाद ही विवाद खत्म माना जाएगा।
कांग्रेस बोली- राठखेड़ा की मौजूदगी में बनी योजना
पोहरी से कांग्रेस विधायक कैलाश कुशवाह ने मामले में रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने इसे शर्मनाक घटना और तालिबानी सजा करार दिया। कुशवाह ने कहा- इस तरह आदतन अपराधियों को संरक्षण देकर व्यापारी वर्ग को टारगेट किया जा रहा है।
घटना पूर्व पीडब्ल्यूडी राज्यमंत्री सुरेश राठखेड़ा की मौजूदगी में हुई। राठखेड़ा की फॉर्च्यूनर गाड़ी वहां खड़ी दिख रही है। वे सामने ही बनी कमलेश तिवारी की बिल्डिंग में बैठे हुए थे, जहां मीटिंग में पूरी योजना बनाई गई थी। भाजपा नेताओं ने पंचायत कर आरोपियों को खुला समर्थन मिला। इसके बाद थाने के बाहर ही युवक को जूता सिर पर रखवाने जैसी अपमानजनक हरकत कराई गई और पुलिस मुकदर्शक बनी रही।
कुशवाह ने आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने की मांग की है ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके। वहीं, कांग्रेस जिला अध्यक्ष विजय सिंह चौहान ने कहा कि राठखेड़ा की अगुवाई में पूरी योजना बनाई गई और फिर थाने के बाहर घटना को अंजाम दिया गया। यह लोकतंत्र और मानव अधिकारों की खुली अवहेलना है।
राठखेड़ा बोले कि घटना उनके सामने नहीं हुई
इस पूरे प्रकरण पर अनुराग ने कहा कि वो इस बारे में कुछ नहीं कहना चाहते और खुश हैं कि विवाद शांत हो गया। वहीं, पूर्व मंत्री सुरेश राठखेड़ा ने दावा किया कि वो दिल्ली से लौट रहे थे। पंचायत में दोनों पक्षों में समझौता करवाकर वहां से चले गए थे। उनके सामने सिर पर जूता रखने वाली घटना नहीं हुई।
वहीं, बीजेपी मंडल महामंत्री पवन गुप्ता को कॉल किया तो फोन स्विच ऑफ आता रहा।
कहा- वीडियो किसी ने एडिट करके डाला है
बैराड़ टीआई रविशंकर कौशल ने भी इस तरह की किसी भी घटना से इनकार किया है। दूसरी तरफ, कुलदीप के भाई छोटू रावत ने इसे घर का मामला बताते हुए कहा कि वीडियो किसी ने एडिट करके वायरल किया है।