मृतक की पहचान ग्राम रिजोदी निवासी महेन्द्र जाटव के रूप में हुई है। जानकारी के मुताबिक, महेन्द्र 25 जुलाई की शाम करीब 4 बजे अपनी पत्नी प्रवेश जाटव को लेने मोटरसाइकिल से ग्राम संगेश्वर पचावली गया था, लेकिन देर रात तक जब वह घर नहीं लौटा, तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की।
अगले दिन 26 जुलाई की सुबह परिजन रतिराम जाटव को सूचना मिली कि महेन्द्र की लाश बदरवास के सरकारी अस्पताल में रखी है। सूचना मिलते ही महेन्द्र के पिता खकल सिंह जाटव अपने भतीजे रतिराम के साथ अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने देखा कि उनका बेटा मृत अवस्था में पीएम रूम में रखा है।
परिजनों ने बताया कि महेन्द्र की मौत कैसे हुई, इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है। पिता खकल सिंह ने बताया कि उनका बेटा शराब पीने का आदी था और उसकी पत्नी बीते दो महीनों से मायके में रह रही थी।
फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर शव का पीएम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस मौत के कारणों की जांच में जुटी हुई है। प्रथम दृष्टया मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है।
बदरवास पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारण स्पष्ट हो पाएंगे।