शिकायतकर्ता मनीष धाकड़ ने आरोप लगाया कि सरपंच पप्पी आदिवासी के कार्यकाल में जांच दल ने बिना स्थल निरीक्षण के ही फर्जी फर्मों को भुगतान कर दिया।
25 मई 2025 को तीन साल पुराने बिलों के आधार पर 2.30 लाख रुपए का भुगतान हुआ।
27 मई को सचिव के रिश्तेदार की फर्म खाटूश्याम ट्रेडर्स को 7.80 लाख,
शिवा ट्रेडर्स को 2.30 लाख, अतुल ट्रेडर्स को दो बिलों में कुल 7.47 लाख रुपए का भुगतान किया गया।
मौके पर जांच करने पर सामने आया कि इन फर्मों की भौतिक उपस्थिति नहीं मिली। कुछ स्थानों पर फोटोकॉपी की दुकान या कोई दुकान ही नहीं पाई गई, जिससे यह स्पष्ट होता है कि जीएसटी चोरी और अवैध निकासी की गई है।
अधूरे और क्षतिग्रस्त निर्माण कार्यों का हुआ खुलासा
एसडीएम अहिरवार, तहसीलदार निशा भारद्वाज, राजस्व निरीक्षक और जनपद उपयंत्री नीतेश गुप्ता की टीम द्वारा किए गए निरीक्षण में कई निर्माण कार्य अधूरे या क्षतिग्रस्त पाए गए:
अकील खान के खेत के पास 14.86 लाख रुपए का चेकडैम क्षतिग्रस्त
पंचू के खेत के पास 8.91 लाख का रपटा अधूरा
भरकावर नाले पर 8.07 लाख का रपटा अधूरा
प्रकाश जाटव से पप्पू तक 4.91 लाख की सीसी सड़क अपूर्ण
आंगनबाड़ी से बोर तक 3.68 लाख की सीसी सड़क भी अधूरी
कार्रवाई नहीं करने पर एसडीएम ने जताई नाराजगी जनपद पंचायत पोहरी के सीईओ ब्रामेंद्र गुप्ता को बार-बार निर्देश देने के बावजूद शिकायत को गंभीरता से नहीं लेने पर एसडीएम ने नाराजगी जताई है। उन्होंने आदेश दिए हैं कि मौके की जांच कर दो दिन में प्रतिवेदन प्रस्तुत करें और दोषियों की जिम्मेदारी तय करें।
फर्जी फर्मों की जांच और दोषियों पर कार्रवाई शुरू एसडीएम ने तहसीलदार को फर्जी फर्मों की भौतिक उपस्थिति की जांच करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही सरपंच, सचिव और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।