पैसों को लेकर था विवाद
नन्दन के भाई कुबेर धाकड़ ने बताया कि नन्दन का गांव के शिब्बू रावत से करीब 60 हजार रुपए का विवाद चल रहा था। यह रकम प्याज बेचने के बाद बकाया थी, लेकिन शिब्बू पैसे देने से बच रहा था। रविवार को बलराम जयंती शोभायात्रा से लौटते समय नन्दन की शिब्बू से रास्ते में मुलाकात हो गई और दोनों में पैसों को लेकर बहस हो गई।
मारपीट और जहर देने का भी आरोप
परिजनों का कहना है कि शिब्बू ने अपने रिश्तेदारों को बुलाकर नन्दन पर हमला कर दिया। आरोप है कि पहले लाठियों से पिटाई की गई और फिर जबरन जहर खिला दिया गया। यहां तक कि जहर की पुड़िया उसकी जेब में डाल दी, ताकि घटना आत्महत्या लगे। बाद में आरोपी उसे बाइक से घर छोड़कर भाग गए।
गवाह होने का दावा
परिवार ने बताया कि नन्दन का भांजा दीपक धाकड़ इस पूरी घटना का गवाह है, क्योंकि वह नन्दन के साथ ही मौजूद था। परिजन गंभीर हालत में नन्दन को मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
फिलहाल मेडिकल कॉलेज चौकी पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पोस्टमार्टम कराया है। अब बैराड़ थाना पुलिस मामले की आगे जांच करेगी। परिजन इस घटना का सीसीटीवी वीडियो होने का भी दावा कर रहे हैं।