इस दौरान कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई। इससे शिवपुरी-झांसी मार्ग पर दोनों ओर लंबा जाम लग गया। राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
टूटी बैरिकेड का वेल्डिंग कार्य नाके के पास ही किया जा रहा था। कार्य को सुविधाजनक बनाने के नाम पर वन विभाग के कर्मचारियों ने पाइप सड़क पर ही रख दिए। वहां से गुजर रहे वाहन चालकों के लिए रास्ता पूरी तरह बंद कर दिया गया। इस कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की कतारें लग गईं। घंटों तक यातायात बाधित रहा।
राहगीरों और स्थानीय लोगों का कहना है कि थोड़ा सा प्रयास करके पाइप को एक ओर रखकर भी काम किया जा सकता था। इससे रास्ता खुला रहता। लेकिन कर्मचारियों ने आमजन की परेशानी की कोई परवाह नहीं की।
टूटी बैरिकेड का वेल्डिंग कार्य नाके के पास ही किया जा रहा था। कार्य को सुविधाजनक बनाने के नाम पर वन विभाग के कर्मचारियों ने पाइप सड़क पर ही रख दिए। वहां से गुजर रहे वाहन चालकों के लिए रास्ता पूरी तरह बंद कर दिया गया। इस कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की कतारें लग गईं। घंटों तक यातायात बाधित रहा।
राहगीरों और स्थानीय लोगों का कहना है कि थोड़ा सा प्रयास करके पाइप को एक ओर रखकर भी काम किया जा सकता था। इससे रास्ता खुला रहता। लेकिन कर्मचारियों ने आमजन की परेशानी की कोई परवाह नहीं की।
इस लापरवाही के चलते सड़क से गुजर रही महिलाएं, बच्चे और बुजुर्गों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लोगों ने वन विभाग के रवैये पर नाराजगी जताई। प्रशासन से इस तरह की अव्यवस्था पर कार्रवाई की मांग की गई।