कंप्यूटर बाबा का दावा है कि इस यात्रा में एक लाख से अधिक गौमाता शामिल होंगी, जो भोपाल की सड़कों से होकर सीधे सीएम हाउस तक जाएंगी। यहां मुख्यमंत्री से गौमाता को 'राज्यमाता' का दर्जा देने और गौ अभ्यारण बनाने की मांग की जाएगी। बाबा ने चेतावनी दी कि अगर मांगें पूरी नहीं हुईं, तो सभी गौवंश सीएम हाउस के भीतर रहेंगे।
इस दौरान बाबा ने शिवपुरी की सड़कों पर दानपात्र लेकर दुकानदारों से गौमाता की सेवा हेतु चंदा एकत्र किया। उन्होंने कहा, "आज गौमाता की हालत कुत्तों से भी बदतर है। कुत्ते तो बेडरूम तक पहुंच गए, पर गौमाता आंगन से सड़क पर आ गईं।"
कंप्यूटर बाबा ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा बाबा ने कहा कि गौमाता के लिए कोई सफल योजना नहीं बनाई गई है। उन्होंने कटाक्ष किया, "गौमाता वोट नहीं देती, इसलिए उनकी यह हालत है। सरकार प्रतिदिन केवल 20 रुपए देती है, जबकि इसे 50 या 100 रुपए किया जाना चाहिए था।"
साधु, किसान और गोरक्षक भी यात्रा में शामिल होंगे बाबा ने स्पष्ट किया कि यह आंदोलन राजनीति से ऊपर है। साधु-संत, किसान, युवा और गोरक्षक यात्रा में शामिल होंगे। गौमाता अपने कंठ और सींघों में ज्ञापन लेकर सीएम हाउस पहुंचेंगी। उन्होंने कहा, "महाराष्ट्र सरकार ने गौमाता को राज्यमाता का दर्जा दिया, अब मध्यप्रदेश सरकार भी ऐसा करे।"
इस दौरान शिवपुरी में उनके साथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष मोहित अग्रवाल, विधायक कैलाश कुशवाह सहित कुछ कांग्रेसी मौजूद रहे। हालांकि, कई कांग्रेस नेताओं ने कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी।
बाबा ने शिवपुरी की सड़कों पर दानपात्र लेकर दुकानदारों से गौमाता की सेवा हेतु चंदा एकत्र किया।