जानकारी के अनुसार सलैया गांव से करीब 20 बच्चे और एक शिक्षिका आर. के. पब्लिक स्कूल, नए अमोला जा रहे थे। सुबह करीब 8 बजे ऑटो तेज रफ्तार में सड़क पर बने गड्ढे से टकराया और दो बार पलट गया। हादसे के बाद बच्चों को सिरसौद स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, लेकिन परिजनों ने आरोप लगाया कि अस्पताल में डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ मौजूद नहीं थे। इसके चलते घायलों को अलग-अलग निजी अस्पतालों में ले जाना पड़ा।
दिव्यांग चालक से चलवा रहे थे ऑटो
ग्रामीण नरेंद्र राजपूत ने बताया कि ऑटो चालक दिव्यांग है, उसके एक हाथ की उंगलियां नहीं हैं। इसके बावजूद स्कूल प्रबंधन उसी से बच्चों से भरा ऑटो चलवाता है। ग्रामीणों ने कई बार प्रबंधन को ओवरलोडिंग को लेकर चेताया था, लेकिन कोई सुधार नहीं किया गया।
25 दिन में दूसरी बड़ी दुर्घटना - आरटीओ की लापरवाही उजागर
22 अगस्त को बैराड़ में प्रथा स्कूल का वाहन पलट गया था, जिसमें 16 बच्चे घायल हुए थे। अब 25 दिन के भीतर दूसरी बड़ी दुर्घटना अमोला क्षेत्र में हुई है। ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल संचालक दबाव बनाकर ठसाठस भरे वाहन भेजते हैं, लेकिन शिवपुरी आरटीओ इस पर ध्यान ही नहीं दे रहा। आरटीओ विभाग की लापरवाही के चलते आए दिन बच्चों की जान खतरे में पड़ रही है। फिलहाल अमोला पुलिस मामले की जांच कर रही है।