जानकारी के मुताबिक नवजात करीब दो मिनट तक जीवित रहा, लेकिन इसके बाद उसकी सांसें थम गईं। परिजनों ने बताया कि सिया आदिवासी की यह चौथी नॉर्मल डिलीवरी थी। पहले तीनों बच्चे पूरी तरह स्वस्थ पैदा हुए थे, लेकिन इस बार नवजात के जन्म ने सभी को स्तब्ध कर दिया।
इस संबंध में सीएमएचओ डॉ. संजय रिशेश्वर ने बताया कि यह मामला जन्मजात विकृति का है। कभी-कभार गर्भ में शिशु का शरीर पूरी तरह विकसित नहीं हो पाता, जिससे इस प्रकार की स्थिति बनती है। ऐसे नवजात के जीवित रहने की संभावना लगभग नहीं होती।