नगर परिषद के बैनर तले हुआ आयोजन
जानकारी के मुताबिक यह कार्यक्रम पुलिस सहायता केंद्र के पास बनाए गए मंच पर आयोजित किया गया था, जहां नगर परिषद करैरा और पार्षदों के नाम वाले बैनर लगे थे। कार्यक्रम की शुरुआत रात 10 बजे हुई और यह आधी रात तक चला। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, इस दौरान कुछ कलाकारों ने मंच पर अश्लील गानों पर नृत्य किया और उन पर पैसे भी लुटाए गए।
स्थानीय लोगों ने किया विरोध
क्षेत्रीय निवासियों ने इस आयोजन का विरोध करते हुए इसे धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ बताया। उनका कहना है कि भजन संध्या के नाम पर अश्लीलता किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लोगों ने नगर परिषद करैरा पर सवाल उठाते हुए कहा कि कस्बे की सड़कों, नालियों और सफाई व्यवस्था की हालत बेहद खराब है।
बावजूद इसके बजट को इस तरह के आयोजनों में खर्च किया जा रहा है। लोगों ने मांग की है कि इस आयोजन के जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जाए और धार्मिक आयोजनों की गरिमा बनाए रखने के लिए दिशा-निर्देश तय किए जाएं।
नगर परिषद करैरा के सीएमओ गोपाल गुप्ता ने बताया-
" यह कार्यक्रम नगर परिषद का आधिकारिक आयोजन नहीं था। उन्होंने स्पष्ट किया कि परिषद ने इस आयोजन की अनुमति नहीं दी थी और इसकी जांच की जाएगी। "