शिकायत के मुताबिक, साक्षी का विवाह 19 अप्रैल 2024 को राजेन्द्र खरे से हुआ था। शादी के बाद से ही उसे दहेज के लिए परेशान किया जा रहा था। साक्षी ने बताया कि 8 सितंबर 2025 को उसके पति ने पोहरी में उसकी पिटाई की। इसके बाद उसे नशीला पदार्थ खिलाकर रात में बेहोश अवस्था में सड़क पर छोड़ दिया गया।
16 सितंबर को पोहरी थाने में राजेन्द्र खरे के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। साक्षी ने आरोप लगाया कि अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि निष्पक्ष जांच के लिए राजेन्द्र को पोहरी थाने से हटाया जाए।
साक्षी ने बताया कि 17 सितंबर को दिए गए आवेदन पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्हें और उनके परिवार को जान का खतरा है। पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक से न्याय की मांग की है। उन्होंने आरोपी पुलिसकर्मी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।