आकांक्षा खटीक के अनुसार, उनकी शादी गुना निवासी निहाल खटीक से 30 जनवरी 2024 को हिंदू रीति-रिवाजों से हुई थी। उनके पिता विनोद खटीक ने पति निहाल और उसके परिजनों की मांग पर लगभग 5 से 6 लाख रुपए नकद, कपड़े, बर्तन और सोने-चांदी के जेवरात सहित पूरा दहेज दिया था।
विवाहिता ने आरोप लगाया है कि शादी के कुछ समय बाद ही पति निहाल, ससुर काशीराम खटीक, सास सुनीता और ननदें दामिनी, सलोनी तथा साक्षी उसे कम दहेज लाने के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने लगे। जब उन्होंने अपने पिता को इसकी जानकारी दी, तो उन्होंने ससुराल पक्ष को समझाने का प्रयास किया, लेकिन उनके व्यवहार में कोई परिवर्तन नहीं आया।
परेशान कर घर से निकाल दिया
पीड़िता के मुताबिक, लगातार प्रताड़ना से परेशान होकर 24 अगस्त 2024 को उसे ससुराल से जबरन घर से निकाल दिया गया। तब से वह अपने मायके, वार्ड नंबर 15, यादव मोहल्ला, करैरा में रह रही है।
आकांक्षा ने यह भी आरोप लगाया है कि 5 अक्टूबर 2025 को उनके पति निहाल अपने दो-तीन साथियों के साथ मायके आए और 5 लाख रुपए तथा एक बाइक की दहेज में मांग की। मना करने पर उन्होंने गाली-गलौज करते हुए लात-घूंसों से मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी।
विवाहिता ने एसपी से शिकायत कर पति निहाल, ससुर काशीराम खटीक, सास सुनीता, ननदें दामिनी, सलोनी और साक्षी (पुत्रीगण संतोष खटीक, निवासी कलारी के पास कर्नल गंज, गुना, म.प्र.) के खिलाफ दहेज प्रताड़ना अधिनियम के तहत मामला दर्ज करने की मांग की है। पुलिस ने आवेदन प्राप्त कर मामले की जांच शुरू कर दी है।