शिवपुरी में कहा- गजवा-ए-हिंद नहीं, भगवा हिंद बनाना है; सोशल मीडिया 'सोशल जिहाद' है,धीरेंद्र बोले-चच्चे के 30 बच्चे, हिंदुओं के 4 क्यों नहीं

Nikk Pandit
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धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री गुरुवार से शिवपुरी में श्रीमद् भागवत कथा का वाचन कर रहे हैं।

सागर शर्मा शिवपुरी:बागेश्वर धाम के पीठाधीश पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा है जब चच्चे के तीस बच्चे हो सकते हैं तो हिंदुओं के चार क्यों नहीं। हम इस देश को गजवा-ए-हिंद नहीं होने देंगे। हमें इसे भगवा हिंद बनाना है। इसके लिए हमें संसद में जाने की कोई जरूरत नहीं है।

शिवपुरी में गुरुवार से धीरेंद्र कृष्ण श्रीमद् भागवत कथा का वाचन कर रहे हैं। इससे पहले उन्होंने 'चाय पर चर्चा' कार्यक्रम के तहत मीडिया से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा-

" न हम राजनीति में जाने के लिए निकले हैं, न पार्टी बनानी है, न किसी पार्टी का समर्थन करना है। यह पदयात्रा केवल हिंदू एकता और सनातन एकता के लिए है। राजनीति में जाने के लिए कई रास्ते हैं, इसके लिए पदयात्रा की जरूरत नहीं। "

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री शिवपुरी में हैं।

सिलेबस में गीता-भागवत-रामायण जोड़ने की वकालत पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने भारत में सिलेबस में गीता-भागवत-रामायण को जोड़ने की वकालत की।

उन्होंने कहा कि भारत के पाठ्यक्रम में ऐसे ग्रंथ शामिल होने चाहिए जो युवाओं को सही दिशा दें। अगर गीता, भागवत और रामायण को जोड़ दिया जाए तो युवा सही दिशा पाएंगे।
कई पुस्तकें ऐसी हैं जो केवल अपने मजहब के लोगों को इंसान मानती हैं और बाकी को काफिर कहती हैं। सनातन धर्म ऐसा नहीं है। यह वसुधैव कुटुंबकम् की बात करता है। इसलिए पाठ्यक्रम में 'जोड़ने वाले' जोड़ें, 'तोड़ने वाले' नहीं।

शिवपुरी में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री श्रीमद् भागवत कथा का वाचन कर रहे हैं।

कहा- बच्चों को अब्दुल कलाम बनाएं, आतंकवादी नहीं दिल्ली में आत्मघाती हमलों में मारे गए आतंकियों के परिवारों को लेकर शास्त्री ने कहा कि इस्लाम धर्म मानने वाले अपने बच्चों की शिक्षा पर ध्यान दें। अपने बच्चों को अब्दुल कलाम बनाएं, आतंकवादी नहीं। जो ऐसा नहीं करना चाहते, वे लाहौर जा सकते हैं।
दिल्ली धमाके के आरोपी डॉक्टरों पर शास्त्री ने कहा कि यह आतंकी संगठनों की बौखलाहट है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग देश का खाना खाते हैं और तिरंगे में चांद ढूंढते हैं, जबकि हम चांद पर तिरंगा देखना चाहते हैं।

शास्त्री बोले- हिंदुओं को चार बच्चे पैदा करने चाहिए शास्त्री ने हिंदू की घटती जनसंख्या पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि हिंदुओं को चार बच्चे पैदा करने चाहिए। संख्या संख्या बढ़ेगी तभी खेल बनेगा। चच्चे के 30 बच्चे हो सकते हैं तो हिंदुओं के चार क्यों नहीं?

इस दौरान धीरेंद्र शास्त्री ने सेक्युलरिज्म पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि कुछ सेकुलर हिंदू कहते हैं कि ना बच्चा, ना बच्ची, जिंदगी कटे अच्छी। यह बेहद दुखद है। ऐसे लोग हिंदुओं के भविष्य को नहीं देख रहे हैं।

कथा के दौरान धीरेंद्र ने हिंदुओं को 4 बच्चे करने की सलाह दी।

दो बच्चे अपने पास रखें, एक देश सेवा को भेजें शास्त्री ने हिंदू समाज से अपील की कि दो बच्चे अपने पास रखें, एक देश सेवा को भेजें और एक साधु-संतों को दें, जो हिंदू राष्ट्र के लिए काम करेंगे। शास्त्री ने नारी सम्मान की भी बात कही।

उन्होंने कहा कि सनातन में माता पहले आती है। सनातन परंपरा में माता को सर्वोच्च स्थान मिला है। उन्होंने उदाहरण दिया कि हम सीताराम कहते हैं, राम-सीता नहीं; राधेश्याम कहते हैं, श्याम-राधे नहीं।

बच्चों को सोशल मीडिया के इस्तेमाल से बचाएं

धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि हिंदू परिवारों को बच्चों को सोशल मीडिया के अत्यधिक इस्तेमाल से बचाना चाहिए। यह सोशल मीडिया नहीं, सोशल जिहाद बन गया है।
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