आयोजन की जानकारी देते हुए संस्था अध्यक्ष ममता जैन और महामंत्री अंजना जैन ने बताया कि राजुल महिला मंडल की विभिन्न सामाजिक और धार्मिक गतिविधियों का आयोजन समय-समय पर किया जाता रहा है। इन आयोजनों में इस बार की थीम दीपावली पर केंद्रित थी। महिला सदस्यों को घर से महालक्ष्मी का रूप धारण करके आना था। दिवाली पर विशेष रूप से महालक्ष्मी की आराधना होती है और जीवन की खुशहाली का प्रतीक भी वही मानी जाती हैं। इसलिए महिला संगठन ने तय किया कि प्रियंका जड़ी बूटी के यहां जो बैठक आयोजित होगी, उसमें महालक्ष्मी थीम पर ही आयोजन में सब सम्मिलित होंगे।
यही वजह रही कि मेकअप, ड्रेस अप और विभिन्न साज शृंगार की गतिविधियों के साथ महिलाएं आयोजन में शामिल हुईं। सर्वाधिक अंकों के आधार पर अंजना सुधाश्री को आयोजन का विजेता घोषित किया गया। पत्ते वाली राजुल महिला मंडल शिवपुरी की अध्यक्ष ममता जैन ने बताया कि संस्था की बैठक में महिलाओं को सामूहिक रूप से कोई ना कोई धार्मिक और सामाजिक गतिविधि से संदेश मिले इस तरह की प्रतियोगिताएं की जाती हैं। और विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार भी दिया जाता है। इसी क्रम में संस्था की बैठक में सदस्यों द्वारातीर्थ यात्रा की योजना बनाई गई और आगामी दिनों में सिद्ध चक्र महामंडल विधान करवाने का प्रस्ताव भी सदस्यों द्वारा रखा गया जिस पर आगामी बैठक में निर्णय लिया जाएगा।
प्रियंका जड़ी बूटी वालों ने बताया कि धर्म काव्य से जुड़कर हम प्रतियोगिताओं के माध्यम से बहुत कुछ सीख सकते हैं। इसीलिए भक्तामर काव्य पर आधारित प्रतियोगिता आयोजित की गई। प्रतियोगिता में 48 दीपकों से भक्तामर का पाठ शुरू हुआ, फिर हिंदी शब्दों और अंकों में गेम खेला गया। दो प्रतिभागियों ने पहले यह कार्य पूरा किया। द्वादश वर्षीय वर्षा जैन और सामाजिक कार्यकर्ता श्रृद्धा जैन को प्रथम पुरस्कार मिला, जबकि दूसरा पुरस्कार मधु माणिक और मोनिका स्वराज को दिया गया। सभी विजेताओं को बधाइयां दी गईं।