विधायक देवेंद्र जैन ने दिए 10 लाख, 475 गौवंश की हो रही सेवा
सागर शर्मा, शिवपुरी ।। शहर के लुधावली स्थित आदर्श गौशाला परिसर में रविवार को अपना घर आश्रम भरतपुर संस्था का 25वां स्थापना दिवस हर्षोल्लास से मनाया गया। इस अवसर पर शिवपुरी विधायक देवेंद्र जैन, पोहरी विधायक कैलाश कुशवाह, सांसद प्रतिनिधि हरिओम राठौर सहित जिले के अनेक गणमान्य नागरिक व समाजसेवी संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
कार्यक्रम में वृक्षारोपण और गौसेवा को लेकर विशेष प्रेरक गतिविधियां आयोजित की गईं। संस्था के अध्यक्ष रमेश चंद्र अग्रवाल और सचिव राजेंद्र गुप्ता ने बताया कि बीते 8 वर्षों से शिवपुरी में आश्रम के माध्यम से असहाय, लावारिस व बुजुर्ग लोगों की सेवा की जा रही है। वर्तमान में आश्रम में करीब 200 प्रभुजियों की सेवा की जा रही है। हाल ही में गुना जिले से मुक्त कराए गए बंधुआ मजदूरों को भी यहीं आश्रय और देखरेख मिली।
दो माह में बदली गौशाला की काया -
उल्लेखनीय है कि पहले नगर पालिका द्वारा लुधावली स्थित गौशाला का संचालन अन्य संस्था के माध्यम से कराया जाता था, लेकिन बदहाल स्थिति और गायों की मौतों के चलते 22 अप्रैल से यह संचालन 'अपना घर आश्रम' को सौंपा गया। केवल दो महीनों में संस्था ने गौशाला की तस्वीर बदल दी है।
संस्था ने वालेंटियरों की मदद से गौवंश के लिए पर्याप्त संसाधन जुटाए हैं। वर्तमान में गौशाला में करीब 475 गौवंश की सेवा की जा रही है। 'अपना घर' द्वारा शहर में एक विशेष वाहन भी चलाया जा रहा है, जो लोगों से रोटियां एकत्र कर गौमाताओं को खिलाने का कार्य करता है।
गौशाला में हाल ही में एक अत्याधुनिक ऑपरेशन थियेटर भी शुरू किया गया है, जिसमें पॉलीथिन निगल चुके गौवंश का ऑपरेशन किया जाता है। यह सेवा पशु चिकित्सक डॉ. मुकेश गुप्ता और उनकी टीम द्वारा निःशुल्क की जा रही है।
विधायक ने दिए 10 लाख, समाजसेवियों ने भी किया सहयोग -
स्थापना दिवस कार्यक्रम में विधायक देवेंद्र जैन ने गौशाला का निरीक्षण किया और वृक्षारोपण कर संस्था की सराहना की। साथ ही उन्होंने अपने विधायक निधि से टीन शेड निर्माण हेतु 10 लाख रुपए देने की घोषणा की।
कार्यक्रम में अन्य समाजसेवियों ने भी सहयोग किया, किसी ने एक लाख रुपए की कुट्टी काटने की मशीन भेंट की तो किसी ने 50 हजार रुपए का म्यूजिक सिस्टम दान किया। लोग तन-मन-धन से गौसेवा में जुटे नजर आए।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधियों ने संस्था की सेवा भावना की मुक्तकंठ से सराहना की और कहा कि "अपना घर आश्रम" आज एक आदर्श बन चुका है, जो समाज के वंचित वर्गों के लिए सच्चा सहारा बन रहा है।