शिवपुरी जिले की बैराड़ तहसील के सामने पोहरी-मोहना रोड पर 6 जुलाई को हुए चक्काजाम मामले में बैराड़ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। तहसीलदार बैराड़ द्वारा भेजे गए प्रतिवेदन के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। रिपोर्ट में चक्काजाम करने वालों पर आमजन के मार्ग में बाधा डालने और कर्मचारियों से अभद्र व्यवहार के आरोप लगाए गए हैं।
इस मामले में कुल 42 लोगों के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 126(2), 191(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है। इनमें 7 लोगों की पहचान कर ली गई है:
1. कल्याण पुत्र महाराज सिंह यादव निवासी गोंदोलीपुरा, 2. वासुदेव कुशवाह निवासी ग्राम गोंदोली, 3. डोंगर पुत्र ल्हारे कुशवाह निवासी ग्राम गोंदोली, 4. गंगाराम पुत्र परसादी शाक्य निवासी ग्राम गोंदोली, 5. बाईसराम पुत्र परसादी शाक्य निवासी ग्राम गोंदोली, 6. हुकुम पुत्र महाराज सिंह कुशवाह निवासी ग्राम गोंदोली, 7. मुकेश पुत्र महाराज सिंह कुशवाह निवासी ग्राम गोंदोली बाकी लगभग 35 लोगों की पहचान वीडियो और सोशल मीडिया के माध्यम से की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि 6 जुलाई को गोंदोलीपुरा निवासी मुकेश शाक्य (40) पुत्र नकटू शाक्य की पार्वती नदी में डूबने से मौत हो गई थी। वह सुबह शौच के लिए निकला था और पुलिया पार करते समय फिसल कर बहाव में बह गया। घटना के बाद मौके पर न तो समय पर एंबुलेंस पहुंची और न ही शव वाहन।
परिजन टैक्सी में शव रखकर बैराड़ लाए और आक्रोशित होकर पहले थाना परिसर में विरोध किया, फिर तहसील कार्यालय के सामने मुख्य मार्ग पर चक्काजाम कर दिया। ग्रामीणों का कहना था कि वे कई वर्षों से पार्वती नदी पर पुल की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई।
मौके पर पहुंचे पोहरी एसडीएम मोतीलाल अहिरवार ने समझाइश देने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीणों की मांग थी कि कलेक्टर स्वयं मौके पर आएं, तभी जाम खोला जाएगा।
बैराड़ थाना प्रभारी रवि शंकर कौशल ने बताया कि तहसीलदार के प्रतिवेदन और पटवारी की रिपोर्ट के आधार पर नामजद व अज्ञात कुल 42 लोगों के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर लिया गया है। जांच जारी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।