सागर शर्मा, शिवपुरी।। जिले की सहकारिता बैंक में हुए 100 करोड़ रुपए के घोटाले का असर अब भी आम जनता को झेलना पड़ रहा है। वर्षों बाद भी बैंक उपभोक्ताओं को उनके जमा पैसे नहीं लौटाए जा रहे हैं। ऐसे ही दो पीड़ित मंगलवार को जनसुनवाई में कलेक्टर के पास पहुंचे और अपनी जमा पूंजी लौटाने की गुहार लगाई।
पिछोर की रहने वाली कमलेश पाठक ने बताया कि उन्होंने सहकारिता बैंक में 37 लाख रुपए जमा कर रखे हैं। हाल ही में जब उन्होंने अपनी बेटी की शादी के लिए पैसे मांगे तो बैंक ने देने से इनकार कर दिया। मजबूरी में उन्हें करीब 20 लाख रुपए उधार लेकर बेटी की शादी करनी पड़ी। अब तक वह बैंक के चक्कर काट रही हैं, लेकिन पैसा नहीं मिल रहा। उन्होंने बताया कि बेटा एमपीपीएससी की तैयारी कर रहा है, पढ़ाई में भी खर्चा आ रहा है, मगर बैंक का रवैया बेहद निराशाजनक है। उधार देने वाले अब पैसा वापस मांग रहे हैं, जिससे आर्थिक संकट और गहराता जा रहा है।
इसी तरह पिछोर निवासी पंडित राम गोविंद ने बताया कि उनके सहकारिता बैंक की चार अलग-अलग खातों में करीब 45 लाख रुपए जमा हैं। घोटाले को कई साल बीत चुके हैं, सरकार ने बैंक को उबारने के लिए 50 करोड़ रुपए भी दिए हैं, लेकिन अब तक उन्हें उनका पैसा नहीं लौटाया गया। उन्होंने बताया कि जब भी बैंक जाते हैं, महज 1000 पकड़ा दिए जाते हैं। बेटी की पढ़ाई, शादी और परिवार के बुजुर्गों के इलाज के लिए उन्हें पैसों की सख्त जरूरत है। आज वे कलेक्टर से मिले और मांग की कि जल्द से जल्द बैंक से उनकी पूरी राशि दिलवाई जाए।