जानकारी के अनुसार शासन द्वारा वर्ष 2018 में भैंसरावन में 85 लाख की लागत से इस गोशाला का निर्माण हुआ था। इसका संचालन अब तक शुरू नहीं हो पाया है। जिससे यहां पर जहां तहां गंदगी पसरी रहती है। जबकि बेसहारा मवेशियों का सड़कों पर डेरा है। इतना ही नहीं इस जगह पर कुछ दबंगों ने कब्जा भी कर लिया है। शासन द्वारा गोशाला संचालन के लिए लाखों का बजट दिया जाता है, इसके बाद भी इस प्रकार की अव्यवस्था कई सवाल खड़े कर रही है। बेसहारा मवेशियों के कारण खेतों में फसलों को भी खासा नुकसानहोता है। उधर गोशाला का संचालन व्यवस्थित तरीके से नहीं होने से यहां दर्दशा का शिकार हो रही है। यहां के टीनशेड भी टूट रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है
कि गोशाला पर कुछ दबंगों ने कब्जा कर अपने निजी कार्य के लिए इसका उपयोग कर रहे हैं। जिसकी शिकायत कई बार की गई है, पर जिम्मेदारों द्वारा आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। जहां पर गायों को रखना चाहिए, वहां कुछ दबंग लोग कब्जा किए बैठे हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि बंद पड़ी गोशाला को चालू कराया जाए।