सूचना मिलते ही सलमान पठान मौके पर पहुंचे। रात में उचित व्यवस्था न होने के कारण उन्होंने मगरमच्छ को बाथरूम में बंद कर दिया। सुबह होते ही सलमान ने सावधानी से मगरमच्छ को बाहर निकाला। उन्होंने रस्सी से बांधकर तीन पहिया वाहन में डालकर डैम तक ले जाकर सुरक्षित पानी में छोड़ दिया।
सलमान पठान ने बताया कि इतने बड़े मगरमच्छ का हमला इंसान के लिए खतरनाक हो सकता है। यह झटके में गंभीर चोट या मौत का कारण बन सकता है। उन्होंने दावा कि वे अब तक 44 मगरमच्छों, 17 हजार से अधिक सांपों और कई अन्य वन्य जीवों का रेस्क्यू कर सुरक्षित वन क्षेत्र में छोड़ चुके हैं।