पोहरी सीडीपीओ और सभापति के पति की बातचीत का वीडियो वायरल,कलेक्टर ने पोहरी सीडीपीओ को हटाया, शिवपुरी ग्रामीण के परियोजना अधिकारी को सौंपा चार्ज

Nikk Pandit
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सागर शर्मा शिवपुरी:खबर पोहरी।जिले में ग्रामीण क्षेत्रों में हो रही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं की भर्ती में होने वाला भ्रष्टाचार अब तक तो लोगों के मुंह से ही सुना जाता था, परंतु अब यह भ्रष्टाचार आडियो और वीडियो के रूप में सामने आ रहा है। पिछले दिनों जहां नरवर में सुपरवाइजर अनीता श्रीवास्तव को लोकायुक्त ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। वहीं शुक्रवार को पोहरी सीडीपीओ नीलम पटेरिया की एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर बहुप्रसारित हुई। मामले की शिकायत पोहरी एसडीएम को भी दर्ज कराई गई। शिकायत और वीडियो के आधार पर कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी ने सीडीपीओ नीलम पटेरिया से पोहरी सीडीपीओ का चार्ज छीन लिया है। उन्होंने इस संबंध में एक आदेश जारी किया है। आदेश में उल्लेख है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं आंगनबाड़ी सहायिका की भर्ती प्रक्रिया एवं जांच प्रभावित न होने को दृष्टिगत रखते हुए श्नीलम पटेरिया, परियोजना अधिकारी, महिला एवं बाल विकास परियोजना पोहरी जिला शिवपुरी की ड्यूटी अन्य आगामी आदेश तक कार्यालय जिला बाल संरक्षण अधिकारी, महिला एवं बाल विकास जिला शिवपुरी पर लगाई जाती है। उनके स्थान पर बाल विकास परियोजना पोहरी के परियोजना अधिकारी का समस्त प्रभार अमित यादव, परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास परियोजना शिवपुरी (ग्रामीण) जिला शिवपुरी को सौंपा जाता है। 

ये हैं वीडियो में बाचीत के अंश
वीडियो में पोहरी की महिला एवं बाल विकास समिती की सभापति सुषमा धाकड़ का पति अंगद सिंह धाकड़ सीडीपीओ नीलम पटेरिया के घर पर गए थे। वहां अंगद सिंह धाकड़ सीडीपीओ से लिस्ट बताने के संबंध में बात कर रहे हैं, जिस पर सीडीपीओ यह कह रही हैं कि सूची एमपी आन लाइन पोर्टल से जारी होनी है, मुझ पर सूची नहीं है। सूची जैसे ही आएगी मैं आपको बता दूंगी। इसी दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका की भर्ती में रिश्वत के लेनदेन की बात होती है। अंगद सिंह कहते हैं कि 10, 20, 25 हजार रुपये में हो जाए। इस पर नीलम पटेरिया यह कहते हुए दिख रही हैं कि 25 हजार में कैसे होगा? एसडीएम को देना है, तुम्हारा देखना है, सीईओ से साइन करवाना है तो उन्हें लिफाफा देना होगा, किसी से 134 साइन करवा रहे हैं तो कुछ न कुछ तो देना पड़ेगा। वहां से फाइनल होकर आर्डर निकलना नहीं है। आर्डर निकलना है जिले से तो वहां जिले वाले बैठे हैं, सबसे बड़ी परेशानी यही है। इसके अलावा बातचीत के दौरान सीडीपीओ आपत्ति लगने की स्थिति में वहां पर अधिकारियों द्वारा 50 हजार रुपये मांगे जाने की बात कहती हुई भी सुनाई दे रही हैं। वीडियो में इसके अलावा सीडीपीओ अंगद सिंह धाकड़ को नसीहत देती हुई भी दिख रही हैं कि तुम ये पहली बार कर रहे हो, लगने के बाद तुम्हें कोई सूंघने भी नहीं आएगा। मैं तो इसलिए कर रही हूं कि भाभी का चुनाव है, उनके क्षेत्र की हो जाएंगी तो उनका दबदबा बना रहेगा। अगली बार वह जनपद अध्यक्ष बन जाएंगी तो उनके कार्यकाल में आराम से नौकरी कर लेंगे। वीडियो में सीडीपीओ यह भी कह रहीं है कि किसी से वादा नहीं करना अगर उसका नहीं होगा तो उसका जो भी 50, एक, दो आएगा, वह जैसा का तैसा ले जाए। 

अधिकारियों और नेताओं पर भी प्रश्न चिन्ह 

यहां बताना होगा कि जिस तरह से नरवर में पकड़ी गई सुपरवाइजर द्वारा अभ्यर्थी के भाई से कहा था कि यह पैसा कलेक्टर और मंत्री तक भी पहुंचता है। इसके बाद सीडीपीओ भी वीडियो में एसडीएम, सभापति, सीईओ, डीपीओ आदि को रिश्वत का हिस्सा देने की बात कहती हुई सुनाई दे रही हैं, उससे प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में आ गई है। 

मैं सभापति के पति पर करवाऊंगी एफआईआर:
सीडीपीओ इस संबंध में सीडीपीओ का कहना है कि सभापति का पति मेरे घर पर करीब 20-25 दिन पूर्व अपने बेटे को लेकर बिना बुलाए 50 लोगों की लिस्ट लेकर आया था। वह मुझ पर अपने लोगों के सिलेक्शन का दबाब बना रहा था, मैंने उसे कहा कि पूरी प्रक्रिया आन लाइन होनी है। मैं उसे प्रक्रिया समझा रही थी। मैंने कहीं भी पैसे के लेनदेन की कोई बात नहीं की है। पैसे वाली बात वीडियो में एडिट का जोड़ी गई हैं। वह मुझे 15 दिन से ब्लैकमेल कर अनुचित मांग कर रहा था। मैं भी उसकी शिकायत पुलिस को दर्ज कराऊंगी। उसने मेरी इजाजत के बिना मेरी वीडियो बनाई और मुझे ब्लैकमेल किया।
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