2 बीघा में लगा दी मूंग की फसल
यह मामला सामने तब आया जब गांव के लोगों ने देखा कि जहां बच्चे दौड़ते-भागते थे, वहां अब खेत की हरियाली फैल गई है। दो बीघा में हुई जुताई, बच्चों के लिए नहीं बची जगह जानकारी के अनुसार, स्कूल के मैदान में करीब दो बीघा जमीन पर जुताई कर मूंग बो दी गई है। इससे बच्चों के खेलने के लिए मैदान नहीं बचा है।
बहुत जगह है थोड़ी जमीन पर खेती की है तो क्या?
जब ग्रामीणों ने इस पर आपत्ति जताई तो प्रधानाध्यापक रजनी पचौरी ने अजीबोगरीब जवाब दिया। उन्होंने कहा कि खेलने के लिए काफी जगह है, थोड़ी सी जमीन पर खेती कर ली तो क्या हुआ?
कलेक्टर तक पहुंची शिकायत
ग्रामीणों ने इस मामले की शिकायत जिम्मेदार अधिकारियों और कलेक्टर कार्यालय तक पहुंचा दी है। इस घटना से गांव के लोग नाराज हैं। उनका कहना है कि ऐसी चीजें बच्चों के शारीरिक विकास और स्कूल वातावरण को बिगाड़ती हैं। इस पर डीपीसी दफेदार सिंह सिकरवार ने गंभीरता दिखाई और जांच के आदेश जारी कर दिए।
डीपीसी ने बताया कि उन्होंने बीआरसीसी को भेजकर पंचनामा तैयार करवा लिया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मामले में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
खेल मैदान बच्चों के लिए ही रहेगा
इस पूरे मामले में ग्रामीणों की सबसे बड़ी मांग यही है कि खेल मैदान को अतिक्रमण मुक्त कराया जाए। इस पर डीपीसी सिकरवार ने कहा स्कूल का खेल मैदान बच्चों के लिए है और रहेगा। इस पर कोई कब्ज़ा नहीं कर पाएगा।