स्थानीय लोगों के अनुसार, जाधव सागर तालाब में लंबे समय से बड़ी संख्या में मगरमच्छ हैं। ये अकसर तालाब से निकलकर कॉलोनी और सड़कों तक आ जाते हैं। इससे इस रास्ते से गुजरने वाले लोगों में डर का माहौल बना रहता है।
सितंबर 2024 में युवक पर हो चुका है हमला
इस तालाब के पास मगरमच्छ द्वारा हमला किए जाने की एक जानलेवा घटना पहले भी हो चुकी है। सितंबर 2024 में शौच के लिए गए युवक बंटी बाथम पर मगरमच्छ ने हमला कर दिया था। हमले में उसका एक हाथ जड़ से अलग हो गया था। बंटी की जान तो बच गई लेकिन वह हमेशा के लिए विकलांग हो गया।
प्रशासन ने अब तक नहीं की सुरक्षा व्यवस्था स्थानीय रहवासियों ने बताया कि बार-बार शिकायत के बाद भी नगर प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। न तालाब के किनारे जाली लगाई गई है और न ही इलाके में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था की गई है। अंधेरे और खुली सड़क होने के कारण मगरमच्छ बिना किसी रोक-टोक के कॉलोनी की तरफ आ जाते हैं।
लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि तालाब के किनारे जाली लगाई जाए, क्षेत्र में लाइटिंग की व्यवस्था की जाए और मगरमच्छों को पकड़कर सुरक्षित स्थानों पर छोड़ा जाए ताकि किसी बड़ी दुर्घटना से बचा जा सके।