परिजनों ने बताया कि रोशनी मंगलवार सुबह साढ़े 10 बजे घर से केवायसी कराने का कहकर निकली थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। उसी दिन दोपहर उसने मोहनी डैम से छलांग लगा दी थी। गुरुवार सुबह उसका शव डैम में गेट नंबर 22 पर उतराता मिला। परिजनों ने यह भी बताया कि युवती का ग्वालियर में इलाज चल रहा था।
प्रत्यक्षदर्शी बंटी कुशवाह ने बताया कि उसने युवती को गेट नंबर 23 से छलांग लगाते हुए देखा था। मौके पर कोई सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं था और न ही तत्काल सूचना देने का कोई साधन। इस लापरवाही ने डैम प्रबंधन की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं !
नरवर थाना प्रभारी विनय यादव ने बताया कि युवती की लाश बरामद कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दी गई है। पुलिस यह जांच कर रही है कि वह 35 किलोमीटर दूर अपने गांव से मोहनी डैम तक कैसे पहुंची और आत्महत्या के पीछे क्या कारण रहे।