इन गड्डों में फंसे वाहन पलट रहे हैं, लोग घायल हो रहे हैं और लाखों की संपत्ति का नुकसान हो चुका है, बावजूद इसके जिम्मेदार विभाग और अधिकारी पूरी तरह मौन हैं।
बारिश ने बढ़ाई मुसीबत, जान जोखिम में डाल रहे लोग
पिछले दो महीनों से लगातार बारिश ने इन गड्डों की स्थिति और भयावह बना दी है। पानी भर जाने के कारण ये गड्ढे दिखाई भी नहीं देते, जिससे वाहन चालक संतुलन खो बैठते हैं। दोपहिया वाहन चालक अक्सर गिरकर घायल हो रहे हैं, वहीं चारपहिया वाहन को अचानक ब्रेक लगानी पड़ती है या लेन बदलनी पड़ती है, जिससे टक्कर और दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।
ग्रामीण की ट्रॉली पलटी, हजारों का नुकसान
बोलाज निवासी सहरिया आदिवासी अपने प्रधानमंत्री आवास निर्माण के लिए रेत, सीमेंट और सरिया लेकर जा रहा था। जैसे ही उसका वाहन अंडरपास के समीप गड्ढे में पहुंचा, ट्रॉली पलट गई और उसका सारा सामान बर्बाद हो गया। इस तरह की घटनाएं अब रोजमर्रा का हिस्सा बन चुकी हैं। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन को कई बार शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
गांवों के संपर्क मार्ग भी बदहाल
सिर्फ हाईवे ही नहीं, अनुविभाग की अन्य ग्रामीण सड़कें भी जर्जर हालत में हैं। संपर्क मार्गों पर भी इतने गहरे गड्ढे हैं कि पैदल चलना तक जोखिम भरा हो गया है। स्थानीय निवासी यशपाल रावत ने बताया कि अंडरपास के नीचे इतने गहरे गड्ढे हैं कि दोपहिया वाहन तो गुजर ही नहीं सकते। “अधिकारी भ्रष्टाचार में डूबे हैं, जनता की परेशानी सुनने वाला कोई नहीं है।