जानकारी के अनुसार, आयुष गौड पिता मनोज गौड टीन शेड लगाने के लिए मजदूरी कर रहा था। इसी दौरान उसने लोहे का पाइप उठाया, जो ऊपर से गुजर रही हाइटेंशन लाइन के संपर्क में आ गया। करंट लगते ही आयुष जमीन पर गिर पड़ा और गंभीर रूप से झुलस गया। आनन-फानन में ठेकेदार उसे मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचा, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
आयुष के पिता मनोज गौड ने आरोप लगाया कि ठेकेदार गोलू ओझा उनके बेटे को जबरदस्ती मजदूरी के लिए मानकपुर ले गया था। हादसे के बाद गोलू ओझा मेडिकल कॉलेज में बेटे को छोड़कर फरार हो गया।
इस मामले में मेडिकल कॉलेज चौकी पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पोस्टमॉर्टम कराया है। जांच जारी है।