घटना शुक्रवार की है। हिनोतिया गांव की रहने वाली चनूटी को सिरदर्द की शिकायत थी। वह अपने पति जगदीश के साथ बीमार भांजे को देखने गलथूनी गई थी। वहां से लौटते समय वे छर्च गांव रुके। यहां अरविंद सेन ने अपनी क्लिनिक में चनूटी का इलाज किया।
अरविंद ने जांच के बाद चनूटी को इंजेक्शन लगाया और बोतल चढ़ाई। कुछ ही देर में उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। अरविंद ने उन्हें घर जाने को कहा। घर पर हालत और खराब हुई। जब दोबारा क्लिनिक पहुंचे तो अरविंद उन्हें बाइक से पोहरी स्वास्थ्य केंद्र ले गया। वहां छोड़कर वह फरार हो गया। महिला को जिला अस्पताल रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर शव का पोस्टमॉर्टम कराया है। सूत्रों के अनुसार, छर्च गांव में छह से अधिक अवैध क्लिनिक चल रहे हैं। पहले भी यहां झोलाछाप डॉक्टरों के गलत इलाज से कई लोगों की मौत हो चुकी है। फिर भी प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर पाया है।