जिनके नाम सिम थे, उन्हें खुद नहीं थी जानकारी
थाना प्रभारी विनय यादव ने बताया कि एसडीओपी करेरा से मिले संदिग्ध मोबाइल नंबरों की जांच की गई। इस दौरान नंबर 8959535264 और 7694978557 ख्यालीराम बघेल और बाबूसिंह परिहार के नाम पर पाए गए। जब दोनों से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि उन्होंने कभी ये सिम खरीदे ही नहीं, और न ही उनके बारे में उन्हें कोई जानकारी थी।
दुकानदार ने बिना पूछे सिम एक्टिव किए
जांच में सामने आया कि राजेश कुशवाह, जो अमोल किराना / बंसल टेलिकॉम, माधव चौक, धुवाई दरवाजा, नरवर का संचालक है, उसने अपने POS कोड 77891998 का उपयोग कर इन लोगों के नाम पर फर्जी तरीके से सिम कार्ड एक्टिव कर दिए।
पुलिस के अनुसार दुकानदार ने बिना जानकारी और अनुमति के फर्जी केवाईसी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर यह सिम चालू किए।
गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है मामला
पुलिस ने बताया कि फर्जी सिम कार्ड का उपयोग कई बार अपराधों में भी किया जाता है, इसलिए इसे गंभीर अपराध माना जाता है। मामले में आरोपी के खिलाफ धारा 318(2) बीएनएस, 66 (c) आईटी एक्ट और 42(6) टेलिकॉम एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। अब इस मामले की जांच जारी है।