मामला 10 सितंबर का है। मनीराम लोधी ने उस दिन नांद के शासकीय माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण किया था। निरीक्षण में कई कमियां पाई गईं। जब उन्होंने हेड मास्टर से सवाल किए, तो हेड मास्टर ने अभद्र व्यवहार किया और एफआईआर की धमकी दी।
13 सितंबर को दर्ज हुई थी FIR
इसके बाद 13 सितंबर को लोधी और उनके साथियों के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कर दी गई। इसको लेकर लोधी ने आपत्ति जताई। उनका कहना है कि यह एफआईआर राजनीतिक दबाव में दर्ज हुई है।
ज्ञापन देने वालों में ओबीसी महासभा के जिला अध्यक्ष राजेंद्र लोधी, समाजसेवी महेश डोंगर और अखिल भारतीय लोधी विमुक्त जनजाति संघ के जिलाध्यक्ष दिनेश लोधी शामिल थे।
मनीराम लोधी ने बताया कि पंचायत अधिनियम के तहत उन्हें स्कूल निरीक्षण का अधिकार है। उन्होंने निरीक्षण की वीडियोग्राफी पेनड्राइव में अधिकारियों को सौंपी है। उन्होंने एफआईआर रद्द करने और हेड मास्टर अनिल गुप्ता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।