भवन के लिए जगह को चिन्हित किया
18 वर्ष तक के बच्चों की जन्मजात बिमारी का इलाज होगा
डिस्ट्रिक्ट अर्ली इंटरवेंशन सेंटर में नाक, कान, गला, हृदय और हड्डी रोग के विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती की जाएगी। 0 से 18 वर्ष की उम्र तक के ऐसे बच्चे, जिनमें जन्मजात विकृतियां पाई जाती हैं, उन्हें यहां उपचार और आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। गंभीर मामलों में मरीजों को बड़े अस्पतालों के लिए रेफर भी किया जाएगा। सरकार द्वारा यह पहल राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत की जा रही है, ताकि जिले के बच्चों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उनके जिले में मिल सके।
जल्द शुरू होगा निर्माण कार्य
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. बी.एल. यादव ने बताया कि भोपाल से आई टीम ने आज पुरानी रसोई की जगह को चिन्हित किया है। भवन निर्माण के बाद इस सेंटर में जन्मजात विकृति वाले बच्चों के इलाज के लिए अलग से आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। वहीं, जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय रिशेश्वर ने बताया कि पहले भी इस सेंटर की स्वीकृति मिल चुकी थी, लेकिन जगह तय न होने के कारण निर्माण शुरू नहीं हो सका था। अब जमीन चिन्हित हो गई है और निर्माण कार्य शीघ्र शुरू होगा।