यात्रा डीजे की धुन और भजनों के साथ आगे बढ़ी। चिन्नौदी क्षेत्र धार्मिक आयोजनों में सक्रिय भागीदारी के लिए जाना जाता है, और यह यात्रा भी इसी परंपरा का हिस्सा रही।
इस चुनरी यात्रा का मुख्य उद्देश्य गांव में सुख-समृद्धि, शांति और एकता की कामना करना था। सैकड़ों श्रद्धालु भजनों पर थिरकते हुए और माता के जयकारे लगाते हुए यात्रा में शामिल रहे।
धायमहादेव सरकार के महंत श्री आनंदपुरी महाराज ने बताया कि चिन्नौदी गांव धार्मिक गतिविधियों का केंद्र है, जहां वर्षभर विभिन्न आयोजन होते रहते हैं। उन्होंने गांव के लोगों में सद्भाव और आस्था की भावना का उल्लेख किया।
ग्रामीण रामनिवास बघेल ने बताया कि चिन्नौदी के लोग बिना किसी भेदभाव के एकजुट होकर ऐसे आयोजनों को सफल बनाते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले महीने भी गांव के लोग कई तीर्थ यात्राओं से लौटे हैं।