पहले जान लीजिए पूरा मामला
यह मामला तब सामने आया जब दतिया निवासी अनिल परिहार ने 6 जून 2025 को भौंती थाने में शिकायत दर्ज कराई। अनिल ने बताया कि उन्हें एक मोबाइल नंबर मिला था, जिस पर बात करने पर एक महिला ने लड़कियां उपलब्ध कराने की बात कही। आगे बातचीत के बाद पहले सुमन लोधी और फिर प्रियदर्शनी परिहार से संपर्क हुआ।
रेप केस में फसाने की धमकी दी
अनिल के अनुसार, 30 मई की रात करीब 11:30 बजे वह अपने दो दोस्तों कुंदन और ज्ञानसिंह के साथ दुल्हई तिराहा पहुंचे। वहां सुमन लोधी और दो युवतियां - प्रियदर्शनी और शिवानी - मिलीं। प्रियदर्शनी और शिवानी ने अनिल और कुंदन से 1,000-1,000 रुपये लिए और उन्हें खेत की ओर ले गईं। उसी दौरान 4-5 युवक वहां पहुंचे और तीनों दोस्तों को घेरकर धमकाने लगे। आरोपियों ने कहा कि यदि 1 लाख रुपये नहीं दिए तो उन पर बलात्कार का झूठा केस डाल दिया जाएगा। इसके बाद उन्होंने उनके मोबाइल फोन और बाइक छीन ली और मारपीट कर उन्हें घायल कर दिया।
1 लाख रुपए की डिमांड
अगले दिन पीड़ित को एक मोबाइल नंबर से कॉल कर 1 लाख रुपये लाने का दबाव बनाया गया। पैसे की व्यवस्था न हो पाने पर अनिल ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस इस मामले में पहले ही छोटू लोधी, सुमन लोधी और राहुल पाल को गिरफ्तार कर चुकी थी, जबकि बाकी आरोपी फरार थे। इन फरार आरोपियों पर पुलिस अधीक्षक ने 5-5 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
23 नवंबर 2025 को भौंती थाना प्रभारी मनोज सिंह राजपूत और उनकी टीम ने फरार चल रही आरोपी प्रियदर्शनी उर्फ पिछला को कुम्हर्रा गांव से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसे न्यायालय में पेश कर दिया है।