सागर शर्मा शिवपुरी:खबर शिवपुरी जिले के छर्च-पोहरी मार्ग पर एम्बुलेंस न मिलने के कारण एक प्रसूता ने सड़क पर ही बच्ची को जन्म दिया। परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। यह घटना तब हुई जब महिला को छर्च के स्वास्थ्य केंद्र से पोहरी रेफर किया गया, लेकिन जननी 108 एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं हो पाई।
जानकारी के अनुसार, छर्च गांव की 30 वर्षीय मंजू जाटव पत्नी राजू जाटव को आज (सोमवार) सुबह डिलीवरी के लिए छर्च के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था। प्रसूता की सास कमला जाटव ने बताया कि मंजू को तेज प्रसव पीड़ा हो रही थी, इसके बावजूद अस्पताल स्टाफ ने उसे पोहरी रेफर कर दिया। परिजनों की गुहार अनसुनी कर दी गई।
परिजनों के मुताबिक, उन्होंने 108 जननी एम्बुलेंस के लिए कॉल किया, लेकिन उन्हें बताया गया कि एम्बुलेंस आने में देरी होगी और किराए का वाहन लेने की सलाह दी गई। पोहरी से लगभग 15 किलोमीटर पहले मंजू की पीड़ा असहनीय हो गई। परिजनों ने उसे कार से उतारकर सड़क किनारे लाया, जहां उसने बच्ची को जन्म दिया।
महिला की पांचवीं डिलीवरी थी
जन्म के बाद मां और नवजात बच्ची को पोहरी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। इस मामले पर पोहरी के बीएमओ डॉ. दीक्षांत गुधैनियां ने बताया कि प्रसूता को सुबह 8:13 बजे छर्च के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया था। यह महिला की पांचवीं डिलीवरी थी और उसकी स्थिति गंभीर थी, इसलिए उसे पोहरी या जिला अस्पताल रेफर किया गया था।
डॉ. गुधैनियां ने आगे कहा कि यदि एम्बुलेंस समय पर उपलब्ध होती, तो शायद सड़क पर डिलीवरी की नौबत नहीं आती। उन्होंने यह भी बताया कि एम्बुलेंस में डिलीवरी के लिए आवश्यक सभी संसाधन मौजूद होते हैं।