सागर शर्मा शिवपुरी:आध्यात्मिक सद्गुरु रितेश्वर महाराज का शनिवार को शिवपुरी में अल्प प्रवास रहा। वे भोपाल में आरएसएस के कार्यवाहक डॉ. मन मोहन वैध की पुस्तक 'हम और यह विश्व' के लोकार्पण समारोह में शामिल होकर लौट रहे थे। इस दौरान उन्होंने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव से मुलाकात की, जिसमें प्रदेश में एक 'विराट सनातन विश्वविद्यालय' की स्थापना पर महत्वपूर्ण चर्चा हुई।
रितेश्वर महाराज ने बताया कि मुख्यमंत्री मोहन यादव वर्षों से उनके आश्रम आते रहे हैं, और इसी आत्मीयता के कारण अनेक विषयों पर गहन विमर्श हुआ। सद्गुरु शिवपुरी के सर्किट हाउस में कुछ समय बिताने के बाद देर रात वृंदावन के लिए प्रस्थान कर गए। उनके आगमन पर अनुयायियों और श्रद्धालुओं ने उनका स्वागत किया।
मुलाकात के दौरान, मध्य प्रदेश में एक 'विराट सनातन विश्वविद्यालय' स्थापित करने की योजना पर विशेष ध्यान दिया गया। रितेश्वर महाराज के अनुसार, इस विश्वविद्यालय को हार्वर्ड और कैम्ब्रिज जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से भी बड़ा और श्रेष्ठ बनाने की परिकल्पना की जा रही है। इसका उद्देश्य सनातन ज्ञान को आधुनिक विज्ञान के साथ समन्वित कर भारतीय विद्यार्थियों को वैश्विक स्तर की शिक्षा प्रदान करना है।
सद्गुरु रितेश्वर महाराज ने 'सनातन' शब्द की व्याख्या करते हुए कहा कि यह कोई 'दुकान का शब्द' नहीं है, बल्कि यह ब्रह्मांड में अनादि काल से चला आ रहा ज्ञान है जो अनंत काल तक रहेगा। उन्होंने अध्यात्म के प्रचार-प्रसार को सभी संतों का कर्तव्य बताया और कहा कि वे इसी सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार में निरंतर संलग्न हैं।
उन्होंने आगे कहा कि भारत की इस पावन भूमि पर जन्म लेना सौभाग्य की बात है और देश की सेवा करना ही सबसे बड़ा धर्म है।