सागर शर्मा शिवपुरी: खबर शिवपुरी के श्रीमंत राजमाता विजयाराजे सिंधिया मेडिकल कॉलेज में नीट यूजी 2025-26 की मॉप-अप काउंसलिंग के दौरान एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। दिव्यांग कोटे से प्रवेश लेने आई एक अभ्यर्थी का दिव्यांगता प्रमाणपत्र फर्जी पाया गया, जिसके बाद कोतवाली पुलिस ने गुरुवार को मामला दर्ज कर लिया है।
मेडिकल कॉलेज के असिस्टेंट लाइब्रेरियन सत्येंद्र सिंह यादव ने कोतवाली में इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि 8 नवंबर 2025 को अभ्यर्थी कु. श्वेता सिंह काउंसलिंग के लिए उपस्थित हुई थीं।
दस्तावेज सत्यापन के दौरान उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के एस.एस. हॉस्पिटल द्वारा जारी एक दिव्यांगता प्रमाणपत्र प्रस्तुत किया। कॉलेज प्रशासन ने जब इस प्रमाणपत्र को बीएचयू से सत्यापित कराया, तो यह पूरी तरह फर्जी पाया गया।
कॉलेज प्रशासन ने पुलिस को अभ्यर्थी के नीट रजिस्ट्रेशन, अटेंडेंस स्लिप, प्रस्तुत किए गए फर्जी प्रमाणपत्र और बीएचयू द्वारा जारी फर्जी प्रमाणपत्र की पुष्टि करने वाले दस्तावेजों की प्रतियां सौंपी हैं। कॉलेज ने अपने पत्र में ऐसे विद्यार्थियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस ने प्राप्त शिकायत और साक्ष्यों के आधार पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 318(4), 338, 336(3) और 340(1) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। मामले की आगे की जांच जारी है।